फिल्ममेकर एकता कपूर ने अब वर्कप्लेस पर वुमन सेफ्टी के मुद्दे पर अपनी राय रखी है। अपनी अपकमिंग फिल्म ‘द बकिंघम मर्डर्स’ के ट्रेलर लॉन्च इवेंट पर एकता ने हेमा कमेटी की रिपोर्ट पर भी बयान दिया। फिल्ममेकर ने कहा कि यह मुद्दा सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री तक ही सीमित नहीं है बल्कि वर्क प्लेस पर मौजूद हर महिला तक फैला हुआ है। इवेंट में मौजूद डायरेक्टर हंसल मेहता ने कहा कि अब समय आ गया है कि पुरुष महिलाओं की सुरक्षा और समानता सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी लें। बहुत सारी महिलाओं को लीड करना होगा: एकता
‘द बकिंघम मर्डर्स’ की प्रोड्यूसर एकता कपूर ने कहा, ‘महिलाओं की सुरक्षा सिर्फ इंडस्ट्री का मुद्दा नहीं है। यह हर उस महिला से जुड़ा हुआ है वर्क प्लेस पर मौजूद है और हम इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हैं। और जैसा कि मैंने कहा, ‘अब बहुत सारी महिलाओं को लीड करना होगा ताकि बहुत सारी अन्य महिलाएं भी इसमें शामिल हो सकें।’ इस मौके पर उन्होंने अपनी फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा कि दो फीमेल प्रोड्यूसर्स ने मिलकर एक फिल्म बनाई जिसमें एक महिला ऑफिसर क्रिमिनल केस सॉल्व करती है। यह एक तरह से सेफ्टी और पॉवर की दिशा में बढ़ता हुआ एक कदम है।’ ‘बदलाव की पहल महिलाओं को ही करनी हाेगी’
एकता ने आगे कहा, ‘हमें एजेंसी को पुरुषों से महिलाओं में बदलना होगा और इसे समान बनाना होगा। हमें टॉप पोजीशन पर या फिर कंपनिया चलाती हुई महिलाएं चाहिए। और इसके लिए महिलाओं को ही पहल करनी होगी। जैसा कि मैंने कहा, एक रिपोर्ट आएगी और लोग इसके बारे में और ज्यादा पढ़ेंगे, लेकिन किसी भी वर्क प्लेस पर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाए रखने की शुरुआत खुद महिलाओं को ही करनी होगी।’ सुरक्षा का माहौल देना पुरुषों की जिम्मेदारी: हंसल
इस मौके पर ‘द बकिंघम मर्डर्स’ के डायरेक्टर हंसल मेहता ने कहा- ‘बराबरी और सुरक्षा का माहौल देने की जिम्मेदारी पुरुषों की भी है। समय आ गया है कि हम इसे स्वीकार करें और लोगों की आंखों में खुद को सुरक्षित देखें।’ ‘द बकिंघम मर्डर्स’ में करीना कपूर खान, ऐश टंडन, रणवीर बरार और कीथ एलन मुख्य भूमिकाओं में नजर आए रहे हैं। इसका ट्रेलर 3 सितंबर को रिलीज हुआ है। फिल्म 13 सितंबर को थिएटर्स में रिलीज होगी।