किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में चल रहे उपद्रव में पाकिस्तान, बांग्लादेश के साथ ही राजस्थान के स्टूडेंट बड़े पैमाने पर फंसे हैं। वहां के लोकल स्टूडेंट्स के निशाने पर भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश के छात्र हैं। हॉस्टल में घुसकर मारपीट की जा रही है। दौसा, बांसवाड़ा सहित कई जिलों के रहने वाले छात्रों ने अपने परिवार वालों को वीडियो कॉल करके मदद मांगी है। महवा (दौसा) विधायक राजेंद्र मीणा से सतेंद्र फागना ने वीडियो कॉल पर बात की। सतेंद्र महवा का रहने वाले हैं। वह वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। राजस्थान से भी बड़ी संख्या में जाते हैं स्टूडेंट
एमबीबीएस की पढ़ाई करने राजस्थान के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में स्टूडेंट किर्गिस्तान जाते हैं। महवा उपखंड क्षेत्र के बड़ागांव निवासी सत्येंद्र फागना, महवा निवासी आयुष शर्मा, कुतकपुर निवासी राहुल सिंह, खेड़ला निवासी सुनील कुमार भी वहां पर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। इन स्टूडेंट के परिवार वाले चिंतित हैं। इसके अलावा बांसवाड़ा जिले से भी बड़ी संख्या में पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स किर्गिस्तान गए हुए हैं। विधायक ने छात्रों को दिलाया मदद का भरोसा
विधायक राजेंद्र मीणा ने बताया- महवा क्षेत्र के कई छात्रों के किर्गिस्तान में फंसे होने की जानकारी मिली है। मैंने महवा विधानसभा क्षेत्र के बड़ागांव निवासी सत्येंद्र फागना से बातचीत कर वहां फंसे भारतीय छात्रों के बारे में जानकारी ली। निशाने पर भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेशी स्टूडेंट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिश्केक में 13 मई को मिस्र और किर्गिज छात्रों के बीच झगड़ा हुआ था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर आया। इसके बाद स्थानीय छात्रों ने भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेशी छात्रों को निशाने पर ले लिया। स्थानीय छात्र उनके हॉस्टल में घुस गए, जहां भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी छात्र रह रहे थे। सुरक्षा को देखते हुए हॉस्टल से बाहर निकलने से मना किया
भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश से बड़ी संख्या में छात्र किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करने जाते हैं। किर्गिस्तान की मीडिया वेबसाइट 24.KG के मुताबिक, हिंसा में 29 छात्र घायल हुए हैं। वहां के हालात चिंताजनक हैं। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने छात्रों को हॉस्टल से बाहर निकलने के लिए मना किया है। विदेश मंत्रालय ने जारी किया इमरजेंसी नंबर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर ट्वीट कर कहा था कि वे पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय दूतावास ने 24×7 इमरजेंसी नंबर 0555710041 जारी किया है।