भारत सरकार की तरफ से आतंकी घोषित सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ पंजाब के किसानों को उकसाया है। खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला रोकने के लिए उकसाया है। उसने किसानों को इसके एवज में 1 लाख डॉलर देने का लालच दिया है। आतंकी पन्नू ने भड़काऊ वीडियो जारी कर कहा कि पंजाब के किसानों प्रधानमंत्री मोदी को पंजाब में ही जवाब देना होगा। बुलडोजर व ट्रैक्टरों के साथ सारी सड़कें व एयरपोर्ट के रास्तों को रोक दिया जाए। नरेंद्र मोदी को यहां बोलने नहीं दिया जाए। नरेंद्र मोदी को बताना होगा कि ये पंजाब है, जो भारत से आजादी चाहता है। रास्ता रोकने से पहले डॉलर करेगा ट्रांसफर
आतंकी पन्नू ने किसानों को उकसाने का प्रयास किया और उन्हें लालच भी दिया है। पन्नू ने वीडियो में कहा कि किसानों की एक-एक खून की बूंद का हिसाब लेना है। दुश्मन घर में आ रहा है, घर में जवाब दिया जाएगा। 1 लाख डॉलर किसानों को वो मोदी के काफिले के रोकने से पहले ही देगा। वोट का जवाब बुलडोजर के साथ
पन्नू का कहना है कि मोदी पंजाब में आपसे वोट लेने आ रहा है। आपके घरों में लाशें, आपके घरों में चूल्हे नहीं जलते और ये वोटें लेने आ रहे हैं। वोटों का जवाब बुलडोजर के साथ देना है। वोटों का जवाब मोदी को पंजाब में देना है, घर में देना है। अगले सप्ताह आ रहे नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते पंजाब आएंगे। इस दौरान वह तीन लोकसभा हलकों में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। 23 मई को वह पटियाला व 24 को गुरदासपुर व जालंधर लोकसभा हलके में उनकी रैलियां रहेंगी। पटियाला, जालंधर व गुरदासपुर लोकसभा हलके में रैली की जगह व समय भी आज शाम तक फाइनल कर दिया जाएगा। यह जानकारी पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने रविवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। पहले भी रोका जा चुका PM का काफिला
पंजाब में पहले भी पीएम मोदी का काफिला रोका जा चुका है। यह घटना 5 जनवरी 2022 की है। जब पीएम बठिंडा एयरपोर्ट से फिरोजपुर रैली में जा रहे थे। मौसम खराबी की वजह से वे सड़क मार्ग से जा रहे थे। फिरोजपुर के गांव प्यारेआणा के फ्लाईओवर पर उनका काफिला रोक दिया गया। इसके आगे किसान प्रदर्शन कर रहे थे। पीएम यहां करीब 15 मिनट रुके रहे। जब रास्ता क्लियर नहीं हुआ तो वे बठिंडा एयरपोर्ट वापस लौट आए। जिस जगह उस वक्त पीएम का काफिला रुका था, वह भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक का हाई सेंसिटिव जोन था और पाकिस्तानी मिसाइलों की रेंज में था (पूरी खबर पढ़ें)