हमास के खिलाफ जंग के बीच इजराइल ने सेंट्रल गाजा में एक स्कूल पर फाइटर जेट्स से एयरस्ट्राइक की है। इस हमले में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हमास के अल-अक्सा मीडिया ने बताया कि अटैक में 39 लोगों ने जान गंवाई है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल की डिफेंस फोर्स IDF ने इस हमले की पुष्टि की है। IDF ने दावा किया है कि UNRWA के इस स्कूल में हमास की नुखबा फोर्स के लड़ाकों ने पनाह ले रखी थी। इजराइल ने एयरस्ट्राइक में उन्हें ही निशाना बनाया। अलजजीरा के मुताबिक, मरने वालों में महिलाएं और बच्चे शामिल थे। दरअसल, इजराइल-हमास के बीच जंग शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनियों ने स्कूलों और अस्पतालों में पनाह ले रखी है। जंग के शुरुआती कुछ महीनों में 10 लाख से ज्यादा बेघर फिलिस्तीनियों ने गाजा के स्कूलों में शरण ली थी। फिलिस्तीन की वाफा न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इजराइल ने जिस स्कूल में हमला किया, वहां नुसीरात रिफ्यूजी कैंप मौजूद है। इजराइल का दावा- हमले में आम नागरिकों को बचाने की कोशिश की
IDF ने दावा किया है कि स्कूल पर हमले से पहले इसके लिए पूरी प्लानिंग की गई थी। इस दौरान इस बात पर खास ध्यान दिया गया था कि वहां मौजूद आम नागरिकों को ज्यादा नुकसान न पहुंचे। इसके लिए हवा के रास्ते इलाके की निगरानी की गई थी। इसके अलावा वहां मौजूद इजराइल के इंटेलिजेंस सोर्स के जरिए भी जानकारी इकट्ठा की गई थी। इजराइल के हमला के बाद गाजा में मौजूद हमास के नेतृत्व वाली सरकार के मीडिया ऑफिस ने भी बयान जारी किया। उन्होंने स्कूल पर हमले को नरसंहार बताया। मीडिया ऑफिस के प्रवक्ता इस्माइल अल-थावब्ता ने कहा कि घायलों को अल-अक्सा मार्टियर अस्पताल में भर्ती किया गया है। गाजा के 183 स्कूलों को रिफ्यूजी कैंप बनाया गया
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, UN की रिलीफ एंड वर्क एजेंसी (UNRWA) जंग से पहले तक गाजा में 183 स्कूलों को ऑपरेट करता था। जंग शुरू होने के बाद से इन स्कूल की इमारतों को रिफ्यूजी कैंप में तब्दील कर दिया गया है। 8 महीने से जारी इजराइल के हमलों में UNRWA की फैसेलिटीज में पनाह ले रहे 455 लोगों की मौत हुई है। इजराइल ने इससे पहले 11 और 13 अप्रैल को भी नुसीरत रिफ्यूजी कैंप में मौजूद स्कूलों पर 3 बार हमला किया था। इस दौरान 7 लोगों की मौत हुई थी। गाजा के स्कूलों पर पहली भी हमला कर चुका इजराइल
वहीं पिछले साल दिसंबर में भी इजराइल ने गाजा के 2 स्कूलों पर एयरस्ट्राइक की थी। इसमें 50 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं सैकड़ों लोग घायल हुए थे। 7 अक्टूबर से लेकर अब तक इजराइल ने 430 बार UNRWA के परिसरों पर हमला किया है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक, नुसीरत रिफ्यूजी कैंप गाजा पट्टी के बीचों-बीच मौजूद है। 1948 में अरब-इजराइल जंग के दौरान बेघर हुए फिलिस्तीनियों के लिए इसे बनाया गया था। अलजजीरा के मुताबिक, अप्रैल में भी इजराइल ने गाजा के नुसीरत रिफ्यूजी कैंप पर हमला किया था। इसमें 75 लोगों की मौत हो गई थी और 348 लोग घायल हुए थे। इसके अलावा इजराइल के हमले में 13 हजार से ज्यादा टेम्पररी घर तबाह हो गए थे। इजराइल की जंग का आखिरी पड़ाव है गाजा का दक्षिणी छोर राफा
7 महीने से जारी इजराइल-हमास जंग में अब तक करीब 36 हजार 586 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इनमें 15 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। गाजा पर इजराइल के हमले के आखिरी पड़ाव राफा पर हमले के बाद 8 लाख लोग शहर छोड़ चुके हैं। दरअसल, इजराइल का तर्क है कि उन्होंने अब तक हमास की 24 बटालियन को खत्म कर दिया है। लेकिन अब भी 4 बटालियन राफा में छिपी हुई हैं। इनके खात्मे के लिए राफा में ऑपरेशन चलाना जरूरी है। हालांकि, इस बीच इजराइल नॉर्थ और सेंट्रल गाजा में भी कई जगहों पर हमले कर चुका है। इजराइली सेना ने दावा किया है कि राफा पर हमले के बीच कई हमास लड़ाके वहां जाकर छिप गए हैं।