रूस-यूक्रेन जंग की शुरुआत के ढाई साल बाद प्रधानमंत्री मोदी आज यूक्रेन जा रहे हैं। वे पौलेंड से 10 घंटे की ट्रेन यात्रा करने के बाद यूक्रेन पहुंचेंगे। इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव में 7 घंटे बिताएंगे। ये पहला मौका है जब भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन के दौरे पर जा रहे हैं। 1991 में सोवियत संघ के टूटने के कारण यूक्रेन के बनने के बाद से कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री यूक्रेन नहीं गया था। PM मोदी का ये दौरा खास इसलिए भी है कि 24 फरवरी 2022 को जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था, तब से नाटो देशों के अलावा किसी अन्य देश के नेता ने यूक्रेन का दौरा नहीं किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कुछ महीने पहले PM मोदी को यूक्रेन आने का न्योता दिया था। इससे पहले मोदी और जेलेंस्की ने मई 2023 में जापान में G-7 समिट के दौरान जंग के बाद पहली बार मुलाकात की थी। मोदी बोले- युद्ध के मैदान में समस्या का समाधान नहीं
यूक्रेन के दौरे पर जाने से पहले PM मोदी 21 और 22 अगस्त को 2 दिन के पोलैंड दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने गुरुवार को पोलैंड के PM डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय बैठक भी की। बैठक के बाद दोनों देशों की साझा प्रेस कॉन्फ्रैंस में PM मोदी ने कहा कि यूक्रेन संकट का समाधान जंग के मैदान से नहीं निकल सकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी संकट में मासूम लोगों की जान की हानि मानवता की सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। PM मोदी ने यूक्रेन संकट का डायलॉग (बातचीत) और डिप्लोमैसी (बातचीत) के जरिए समाधान निकालने की बात कही। मोदी ने इससे पहले जुलाई में रूस यात्रा के दौरान भी यूक्रेन जंग का समाधान बातचीत के जरिए निकालने के लिए कहा था। उन्होंने पुतिन से कहा था कि शांति की बहाली में भारत हर संभव सहयोग करने के लिए तैयार है। मोदी ने कहा था कि “जब मासूम बच्चों की हत्या होती है, जब हम मासूम बच्चों को मरते देखते हैं तो दिल दहल जाता है। वह दर्द बहुत बड़ा है। इस पर मैंने पुतिन से विस्तृत चर्चा भी की।” हालांकि बीते ढाई साल से जारी जंग के बावजूद भारत ने कभी रूस के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है और न ही रूस के खिलाफ किसी कदम का समर्थन किया है। जेलेंस्की ने की थी PM मोदी के रूस दौरे की आलोचना
PM मोदी का आज का यूक्रेन दौरा इसलिए भी खास है कि पिछले ही महीने उन्होंने रूस का दौरा किया था। इस दौरे की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ एक प्राइवेट डिनर पर मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन जंग सहित तमाम मुद्दों पर अनौपचारिक बातचीत हुई थी। मोदी के इस दौरे की यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने आलोचना की थी। जेलेंस्की ने कहा था कि मोदी के इस दौरे से शांति के प्रयासों को झटका लगा है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता का दुनिया के सबसे बड़े हत्यारे को गले लगाना शर्मनाक है। रूस पर यूक्रेनी पलटवार के बीच पीएम मोदी का दौरा
PM मोदी ऐसे समय में यूक्रेन दौरे पर गए है, जब यूक्रेन ने रूस के खिलाफ पलटवार शुरू कर दिया है। यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क इलाके में घुसपैठ करके दुनिया को चौंका दिया। यूक्रेन ने दो सप्ताह में रूस के 1263 वर्ग किमी इलाके पर कब्जा कर लिया। यूक्रेन का दावा है कि रूस ने 2024 के 8 महीने में जितने इलाके पर कब्जा किया है, उससे ज्यादा जमीन पर यूक्रेन ने 2 हफ्तों में कब्जा कर लिया है। इसी के साथ यूक्रेन ने दुनिया को बता दिया है कि रूस इस जंग में एकतरफा नहीं जीत सकता है। ये खबर भी पढ़ें… क्या है रेल फोर्स वन, जिससे यूक्रेन जाएंगे PM मोदी:ट्रेन में हाई-टेक सिक्योरिटी, हथियारों से लैस; बाइडेन-मेलोनी भी इसमें सफर कर चुके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड के दौरे पर हैं। इसके बाद वे गुरुवार रात यूक्रेन के लिए रवाना होंगे। वे यह सफर प्लेन से नहीं बल्कि ट्रेन के जरिए तय करेंगे। यह एक विशेष ट्रेन होगी, जिसका नाम ‘रेल फोर्स वन’ है। इसे लग्जरी सुविधाओं और वर्ल्ड क्लास सर्विस के लिए जाना जाता है। PM मोदी 10 घंटे इस ट्रेन में रहकर कीव पहुंचेंगे। उन्हें वापस लौटने में भी इतना ही समय लगेगा। दरअसल, यूक्रेन में चल रही जंग की वजह से एयरपोर्ट्स बंद हैं, सड़क से सफर जोखिम भरा हो सकता है। यही वजह है कि दुनिया के बड़े नेता जब भी यूक्रेन जाते हैं तो वे ट्रेन यात्रा को ही तरजीह देते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…