अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि यदि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बनती हैं तो इजराइल का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। ट्रम्प ने गुरुवार को लास वेगास में रिपब्लिकन यहूदी गठबंधन के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रम्प ने दावा किया कि कमला के राष्ट्रपति बनने के बाद वे इजराइल को भूल जाएंगी। इसके बाद आतंकी सेनाएं यहूदियों को उनके इलाके से निकालने के लिए जंग शुरू करेगी। ट्रम्प ने कहा कि यहूदियों को ये बात समझनी होगी। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि आप सबको अपने लोगों ये बात समझाना होगा। क्योंकि वे ये सब नहीं जानते। उन्हें पता ही नहीं कि वे क्या करने जा रहे हैं। ट्रम्प बोले- राष्ट्रपति बना तो एंटी यहूदी संस्थान की फंडिंग रोकूंगा
ट्रम्प ने कहा कि यदि वे राष्ट्रपति बनते हैं तो गाजा जैसे हर आतंकी ठिकाने पर शरणार्थियों की एंट्री बंद कर देंगे। वे सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले ‘हमास समर्थक’ गुंडो को जेल में ठूंस देंगे। यहूदी विरोधी प्रचार करने वाले संस्थानों और यूनिवर्सिटिज में मिलने वाली फंडिंग पर रोक लगा देंगे और उनकी मान्यता रद्द कर देंगे। ट्रम्प ने कहा, ‘पता नहीं कोई उनका (डेमोक्रेटिक पार्टी) समर्थन कैसे कर सकता है। अगर आप यहूदी हैं और उनका समर्थन करते हैं तो आपको अपने दिमाग की जांच करानी चाहिए। वे आपके साथ बहुत बुरे रहे हैं।’ ट्रम्प ने कहा कि ‘मैं ईमानदारी से कह सकता हूं कि हमें 2016 में 25% वोट मिले, 2020 में 26% वोट मिले, जबकि मैंने इजराइल के लिए किसी भी डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति से ज्यादा काम किया है। ट्रम्प ने उम्मीद जताई कि इस बार वह 50% यहूदी वोट पाने में सफल होंगे। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यहूदियों का 50% लोग कौन हैं जो उन्हें वोट दे रहे हैं। वे इजराइल से नफरत करते हैं। यहूदियों को पसंद नहीं करते। फिर भी उन्हें वोट कैसे दे रहे हैं। उन्होंने दावा कि जब वे राष्ट्रपति थे तब यहूदी खुद को अधिक सुरक्षित महसूस करते थे। राष्ट्रवाद का ट्रम्प कार्ड चला
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ट्रम्प के राष्ट्रवादी कार्ड से उन्हें सियासी फायदा मिल रहा है। ट्रम्प ने 10 दिन में बाजी पलट दी है। अब वे 7 सबसे अहम राज्यों (स्विंग स्टेट्स) में से 4 में कमला हैरिस की बराबरी पर आ गए हैं। दिलचस्प है कि 10 दिन पहले तक ट्रम्प इन सभी 7 राज्यों में कमला हैरिस से पिछड़ रहे थे। ट्रम्प ने अब अपने कैंपेन को मागा (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) के इर्दगिर्द रख दिया है। अपनी हर सभा में ट्रम्प राष्ट्रवादी मुद्दों को उछाल रहे हैं। बता दें कि अमेरिका के 7 अहम राज्य राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी की किस्मत का फैसला करते हैं। इनमें जीतने वाला पद हासिल करता है। 10 सितंबर को ट्रम्प और कमला के बीच पहली डिबेट
ट्रम्प और कमला के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट 10 सिंतबर (भारत में 11 सितंबर) को एबीसी न्यूज चैनल पर होगी। इसमें दोनों प्रत्याशियों के प्रदर्शन के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तस्वीर साफ हो जाएगी। क्योंकि इसके बाद दोनों के बीच कोई डिबेट नहीं होगी। बता दें कि ट्रम्प और तत्कालीन डेमोक्रेट प्रत्याशी जो बाइडेन के बीच जून में हुई डिबेट में बाइडेन बुरी तरह से हार गए थे। इसके बाद ही बाइडेन को रेस से हटना पड़ा था।