प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को ब्रुनेई के दौरे के बाद 2 दिन की यात्रा पर बुधवार को सिंगापुर पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने डिनर भी किया, जिसे प्रधानमंत्री वॉन्ग ने PM मोदी के सम्मान में होस्ट किया था। सिंगापुर शहर पहुंचे मोदी का भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान PM मोदी ने ढोल भी बजाया। मोदी के स्वागत में पहुंचे कलाकार ढोल की धुन पर नृत्य करते नजर आए। लोगों ने PM मोदी को भगवा रंग का गमछा भेंट किया। प्रधानमंत्री मोदी 6 साल बाद सिंगापुर के दौर पर गए हैं। इससे पहले उन्होंने नवंबर 2018 में सिंगापुर का दौरा किया था। जिस होटल में वे ठहरे हैं, उसके बाहर भी भारतीय समुदाय के लोग उनके स्वागत के लिए मौजूद रहे। लोगों ने PM मोदी के साथ सेल्फी भी ली। उन्होंने ‘रामचंद्र की जय’ और ‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयकारे लगाए। इस दौरान एक महिला ने उन्हें राखी भी बांधी। सिंगापुर यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम समेत कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। PM मोदी सिंगापुर के कारोबारी समुदाय के नेताओं से भी मिलेंगे। आज सिंगापुर के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ बैठक
PM मोदी आज सुबह सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ बैठक करेंगे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वो सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम, वरिष्ठ मंत्रियों और अन्य गणमान्य लोगों के साथ भी बैठक करेंगे। बैठक के PM मोदी, सिंगापुर के प्रधानमंत्री के साथ एक सेमीकंडक्टर फैसिलिटी AEM का दौरा भी करेंगे। फैसिलिटी का दौरा करने के बाद वे सिंगापुर की कंपनियों के CEO’S के साथ बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की ये यात्रा भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर जोर देने के लिहाज से बेहद खास है। इस दौरे के जरिए भारत और सिंगापुर के बीच आर्थिक और तकनीकी संबंधों को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। साथ दोनों के बीच इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में आपसी सहयोग को बढ़ावा देना भी इस दौरे का अहम मकसद है। सिंगापुर से पहले ब्रुनेई के दौरे पर थे PM मोदी
सिंगापुर दौरे पहले PM मोदी 3 और 4 सितंबर को ब्रुनेई का दौरा किया। इस दौरान बुधवार को PM ने ब्रुनेई सुल्तान बोल्कैया के साथ द्विपक्षीय बैठक की। दोनों नेताओं के बीच रक्षा, व्यापार, शिक्षा, तकनीक और स्वास्थ्य जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। डेलीगेशन लेवल की बैठक के बाद भारत और ब्रुनेई के बीच MoU भी साइन हुए। उन्होंने बंदर सेरी बेगवान और चेन्नई के बीच सीधी फ्लाइट शुरू करने के फैसले का स्वागत किया। इसके अलावा दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की। इस दौरान उन्होंने ASEAN देशों के विकास के लिए काम करने पर सहमति जताई। ब्रुनेई के सुल्तान ने PM मोदी के सम्मान में दुनिया के सबसे बड़े महल ‘इस्ताना नुरुल इमान’ में लंच भी होस्ट किया। PM मोदी ने कहा, “ब्रुनेई में मेरा गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया, जिसके लिए मैं शाही परिवार को धन्यवाद देता हूं। यह किसी भारतीय PM की ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यहां मिले अपनेपन ने मुझे दोनों देशों के सदियों पुराने संबंधों का एहसास कराया है।” आलीशान जिंदगी जीते है ब्रुनेई के सुल्तान
बोल्कैया ब्रुनेई के 29वें सुल्तान हैं। 1984 में अंग्रेजों के जाने के बाद से वे ब्रुनेई के प्रधानमंत्री पद पर भी हैं। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद बोल्कैया सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राजा हैं। उन्होंने 2017 में 50 साल राज करने पर गोल्डन जुबली मनाई थी। ब्रुनेई जैसे छोटे से देश में सुल्तान सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होने के साथ-साथ सबसे अमीर राजाओं में भी हैं। 1980 तक वे दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे। फोर्ब्स के अनुसार, बोल्कैया की कुल संपत्ति 2008 में 1.4 लाख करोड़ रुपए थी। सुल्तान की विलासिता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने राजा बनने के बाद 50 अरब रुपए का महल बनवाया। इस महल को “इस्ताना नुरुल इमान” के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा सुल्तान के पास 7 हजार कारें हैं। यह खबर भी पढ़ें…
इस्लामिक देश ब्रुनेई क्यों गए मोदी: आबादी 4 लाख, भारत से 13 गुना ज्यादा प्रति व्यक्ति आय, टैक्स नहीं फिर भी शिक्षा-इलाज मुफ्त कैसे भारत से 7,486 किलोमीटर दूर एक आईलैंड है, बोर्नियो। इस पर 3 देश बसे हैं, जिनमें में से एक है ब्रुनेई। ये एक इस्लामिक देश है, जहां सिर्फ 4 लाख लोग रहते हैं। PM मोदी इसी देश के दौरे पर हैं। यहां के राजा हसनल बोल्कैया ने प्रधानमंत्री मोदी को न्योता दिया था। आज तक भारत का कोई प्रधानमंत्री ब्रुनेई के दौरे पर नहीं गया था। पूरी खबर पढ़ें…