मिर्जापुर सीजन 3 में शरद शुक्ला के किरदार को खूब सराहना मिली। इस किरदार को निभाने वाले एक्टर अंजुम शर्मा की माने तो यहां तक पहुंचना इतना भी आसान नहीं था। दैनिक भास्कर ने बातचीत के दौरान एक्टर ने बताया कि करियर की शुरुआत में फिल्मों में क्राउड में काम करना पड़ा। अंजुम शर्मा ने कहा कि जब पहली बार ‘वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ में क्राउड में मिला तो वह उनके लिए बहुत बड़ी बात थी। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि उस फिल्म का हिस्सा होंगे। पेश है अंजुम शर्मा से बातचीत के कुछ और खास अंश……. सबसे बड़ा स्ट्रगल और चैलेंज क्या रहा? स्ट्रगल कभी नहीं रहा। लेकिन चैलेंज सबसे बड़ा यह समझना रहा है कि सही रास्ते पर जा रहे हैं कि नहीं। हम जो काम कर रहे हैं उसका कोई मापदंड नहीं होता है जिससे यह पता चल सके कि सही दिशा हैं कि नहीं। जब मैंने ‘वंस अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ में क्राउड में काम किया, तो समय मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। कभी सोचा नहीं था कि उस फिल्म का हिस्सा होंगे। ‘वजीर’ में काम किया तो उसका एक अलग अनुभव रहा। ‘वजीर’ में अमिताभ बच्चन के साथ काम करने का अनुभव कैसा था? बहुत ही अद्भुत और अनूठा अनुभव रहा है। बच्चन साहब से मिला तो समझ नहीं प रहा था कि उनसे क्या कहना चाहिए। बचपन से ही उन्हें देखते आए हैं। उनके बहुत बड़े फैन हैं। वो हमारे गुरु हैं, कही ना कहीं उन्हें देखकर इंस्पायर हुए हैं। मुझे ऐसा कोई शब्द ही नहीं मिला जो बोल सकूं। बच्चन साहब ने सामने ही पूछ लिया कि कैसे हो? उस समय मैं सरदार के गेटअप में था। वो पूछे कि रियल में सरदार हो या फिर गेटअप रखा है। बस इतनी सी बात हुई थी। सबसे बड़ा सक्सेस क्या मानते हो आप? मेरे लिए सबसे बड़ा सक्सेस फ्रीडम है। अगर अभिनय के जीवन को बड़ा बनाना है तो आपकी निजी जिंदगी बहुत अच्छी होनी चाहिए। अगर जीवन में कुछ बढ़िया और कमाल होगा तो अभिनय भी कमाल होगा। अगर जीवन में खालीपन होगा तो अभिनय में भी वैसा ही खालीपन नजर नजर आएगा। भाभी (नीलिमा शर्मा) से मुलाकात कहां हुई थी? हम लोग कैडवरी के एड ‘कुछ मीठा हो जाए’ के दौरान मिले थे। मुलाकात के बाद दोस्ती फिर शादी। अब तो हमारी शादी के आठ साल हो गए। चूजा (वरुण शर्मा) आपके रिश्तेदार हैं ना? जी, वो मेरे ब्रदर इन लॉ हैं। बहुत ही प्यारे इंसान हैं। जब हम मिलते हैं तो अलग- अलग पहलुओं पर बड़ी दिलचस्प बातें होती हैं। कालीन भैया ने शरद शुक्ला को क्यों मारा? मैं भी यह जानना चाहता हूं कि कालीन भैया ने शरद शुक्ला को क्यों मारा? खैर, कालीन भैया ने ऐसा क्यों किया और उसका असर क्या होगा? यह बहुत बड़ा राज है जो सीजन 4 में पता चलेगा । मिर्जापुर के बाद जीवन में बदलाव क्या आए हैं? मिर्जापुर में जो किया है,लोग उस पर बात कर रहे हैं। समीक्षा कर रहे हैं। इसकी खुशी और संतुष्टि है। यही सबसे बड़ा बदलाव मेरे जीवन में आया है।