केरल की एक अदालत ने गुरुवार को मलयालम एक्टर और विधानसभा सदस्य (एमएलए) मुकेश और एक्टर तथा मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी इडावेला बाबू को अग्रिम जमानत दे दी। इन दोनों पर एक्ट्रेस मीनू मुनीर ने रेप के आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। इसके बाद मुकेश और बाबू ने अग्रिम जमानत के लिए अलग-अलग याचिकाओं के साथ एर्नाकुलम सेशन कोर्ट का रुख किया जहां जज हनी. एम. वर्गीस ने उन्हें अग्रिम जमानत देने का फैसला सुनाया। जज बोले- रेप और आपसी सहमति में फर्क होता है सुनवाई के दौरान जज ने कहा, ‘रेप और आपसी सहमति से बनाए गए संबंध, दोनों के बीच काफी फर्क होता है। कोर्ट ने ऑब्जर्व किया है कि शिकायतकर्ता ने मुकेश से अपने बच्चे की स्कूल फीस भरने के लिए कहा और बाद में 1 लाख रुपए की भी मांग की। अगर यह रेप का मामला होता तो पैसों की मांग नहीं की जाती।’ दोनों एक्टर्स ने कहा- हमें ब्लैकमेल किया गया इससे पहले कोर्ट में मुकेश और बाबू दोनों ने दावा किया है कि मीनू ने उन्हें ब्लैकमेल करने लिए उन पर इस तरह के आरोप लगाए हैं। मुकेश ने अपनी बेगुनाही का दावा करते हुए कहा कि उनके खिलाफ यह शिकायत एक पॉलिटिशियन और एक एक्टर दोनों के रूप में उनका करियर खराब करने के गलत इरादे से की गई है। मुकेश बोले- एक्ट्रेस ने की थी 1 लाख रुपए की मांग मुकेश ने एक्ट्रेस द्वारा उन्हें भेजे गए मैसेज का एक स्क्रीनशॉट भी कोर्ट में शेयर किया जिसमें एक्ट्रेस ने उनसे 1 लाख रुपए की मांग की। वहीं बाबू ने अपने आवेदन में कहा कि इंडस्ट्री में कुछ एक्टर्स का स्टेट्स खराब करने के लिए एक साजिश रची गई है। यह शिकायत उसी साजिश का हिस्सा है। दोनों ने अपनी याचिका में यह कहा कि यह शिकायत कथित घटना के 15 साल बाद दर्ज की गई है। इसके बाद कोर्ट को जांच में सहयोग करने का आश्वासन देते हुए दोनों एक्टर्स ने अग्रिम जमानत की मांग की। मीनू ने मुकेश-बाबू समेत 7 लोगों पर लगाए थे आरोप मीनू ने जस्टिस के. हेमा कमेटी की रिपोर्ट जारी होने के बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े 7 कलाकारों पर गंभीर आरोप लगाए थे। एक्ट्रेस ने पहले फेसबुक पोस्ट के जरिए इन सभी पर फिल्म के सेट पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया और उसके बाद केरल पुलिस को लिखित शिकायत दी। इसके बाद केरल पुलिस ने इस मामले में 67 साल के एक्टर के अलावा साउथ एक्टर जयसूर्या समेत 7 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस मामले की जांच SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) करेगी, जिसे मलयाली फिल्म इंडस्ट्री में हो रहे सेक्शुअल हैरेसमेंट के मामलों की जांच के लिए गठित किया गया है। 5 साल बाद सामने आई हेमा कमेटी रिपोर्ट फरवरी 2017 में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की एक एक्ट्रेस के साथ चलती कार में सेक्शुअल हैरेसमेंट हुआ। इस घटना के पीछे एक्टर दिलीप का नाम सामने आया, जिसके बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ होने वाले दुर्व्यवहार पर कई लोगों ने आवाज उठानी शुरू की। इस घटना के बाद सरकार ने हेमा कमेटी का गठन किया। इस कमेटी ने दिसंबर 2019 में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी, जो 5 साल बाद अब सामने आई है। इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिन्होंने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया है। इस खबर से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… एक्टर-डायरेक्टर कमरे में बुलाते हैं, एडजस्ट करो या इंडस्ट्री छोड़ो:मलयालम एक्ट्रेस बोलीं- सेक्शुअल फेवर मांगते हैं, इनकार किया तो काम बंद ‘मैं 11वीं में थी। मुझे हिरोइन बनना था। पता चला कि फिल्म प्रोड्यूसर वीनू अपनी फिल्म के लिए नया चेहरा तलाश रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें… मलयालम सिनेमा में औरतों के शोषण के 17 तरीके:हेमा कमेटी की रिपोर्ट- सेक्शुअल डिमांड पूरी नहीं की तो टॉर्चर, टॉयलेट जाने पर भी रोक फरवरी 2017 में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की एक एक्ट्रेस के साथ चलती कार में सेक्शुअल हैरेसमेंट हुआ। पूरी खबर यहां पढ़ें…