एक्ट्रेस उल्का गुप्ता की मानें तो उनके सांवले रंग की वजह से उन्हें कई रिजेक्शन का सामना करना पड़ा था। हालांकि, एक्ट्रेस ने कभी अपने टैलेंट के बीच अपने रंग को आने नहीं दिया। ‘झांसी की रानी’, ‘मैं हूं साथ तेरे’ जैसे शोज में काम कर चुकी उल्का ने बताया है कि आज भी उनके कास्टिंग एजेंट के पास गोरे कॉम्प्लेक्शन वाली एक्ट्रेस की डिमांड आती है। बता दें, उल्का पहली टीवी एक्टर नहीं हैं जिन्हे सांवले रंग की वजह से रिजेक्शन झेलना पड़ा है। सुम्बुल तौकीर, निया शर्मा, सेहबान अजीम, हिना खान समेत कई टीवी एक्टर्स रहे हैं जिन्हें उनकी डार्क स्किन टोन की वजह से कई बार रिजेक्ट कर दिया गया था। हाल ही में रियलिटी शो MTV Splitsvilla X5 की कंटेस्टेंट खनक वाघनानी भी अपनी डार्क स्किन टोन की वजह से ऑनलाइन ट्रोलिंग की शिकार हुई थीं। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान, इन एक्टर्स ने अपनी आपबीती सुनाई है। किसी को अपने करियर की शुरूआती में ताने सुनने मिले थे, तो किसी पर शूटिंग के दौरान, गोरा दिखने का प्रेशर था। आइये जानते है क्या कहा इन एक्टर्स ने: सांवले रंग की वजह से मुझे कई प्रोजेक्ट से निकाला भी गया था: उल्का गुप्ता छोटी उम्र में ही मेरा ग्लेमर इंडस्ट्री के इस डार्क साइड से सामना हो गया था। मुझे बचपन से ही एक्टिंग का बहुत शौक था। बचपन में मैं अपने पिता के साथ जब भी ऑडिशन के लिए जाती थी, लोग मेरे सांवले रंग को देखकर रिजेक्ट कर देते थे। खुलेआम भेदभाव होता था। ये देखकर मुझे और मेरे पिता को काफी निराशा होती थी। सांवले रंग की वजह से मुझे कई प्रोजेक्ट से निकाला भी गया था। वहीं, इसी रंग की वजह से मुझे ‘सात फेरे’ में सलोनी की बेटी का किरदार मिला था। मैंने कभी अपने रंग को अपने टैलेंट के बीच नहीं आने दिया। मैंने कुछ टीवी शोज किए और फिर साउथ फिल्म इंडस्ट्री का रुख किया। वहां मुझे अपनी एक नई पहचान मिली। मेरे कॉन्फिडेंस लेवल काफी बढ़ गया था। मैं टैलेंट से अपनी पहचान बनाना चाहती थी। मैंने अब तक कई तेलुगु, मराठी, हिंदी और बंगाली फिल्में की है। टेलीविजन पर भी काफी काम किया है। मुझे गर्व है कि मैं ऐसा कर पाई। दुर्भाग्यवश, आज भी मेरे कास्टिंग एजेंट को गोरे कॉम्प्लेक्शन एक्ट्रेस की डिमांड आती है। लोग कहते कि ऐसी काली लड़की को लीड रोल कैसे मिल गया?: सुम्बुल तौकीर खान जिस दिन मुझे मेरा पहला टीवी शो ‘इमली’ मिला था, मैं बहुत खुश थी। लेकिन कुछ देर बाद रोने भी लग गई थी। दरअसल, मुझे बधाई देने की बजाय, कुछ कहते थे कि ऐसी काली लड़की को लीड रोल कैसे मिल गया? मुझे उनकी ये बातें बहुत अपमानजनक लगती थीं। मैं खूब रोती भी थी। लेकिन धीरे-धीरे चीजें बदलने लगीं। शो की टीआरपी ने इन लोगों को करारा जवाब दिया। मुझे मेरे फैंस से बहुत सपोर्ट और प्यार मिला था। वैसे, मुझे बचपन से ही अपनी स्किन टोन को लेकर कई ताने सुनने मिलते थे। मेरा शुरुआती दौर काफी कठिन रहा है। बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट, जब भी मैं ऑडिशन के लिए जाती थी, जवाब में सुनती थी कि वे सिर्फ फेयर स्किन वाले एक्टर्स चाहते थे। यह बातें सुनकर बहुत दुःख होता था। लेकिन अब ऐसा बिल्कुल नहीं है। मेरे लिए रंग मायने नहीं रखता है। टैलेंट से बढ़कर मेरे लिए अब कुछ नहीं है। घरवाले पूछते थे कि सभी लोग गोरे है, तुम सांवले कैसे?: सेहबान अजीम दरअसल, इंडस्ट्री से पहले तो मुझे अपने परिवार में ही सांवला होने का जवाब देना पड़ता था। हंसी-हंसी में घरवाले पूछते थे कि सभी लोग गोरे है, तुम सांवले कैसे? तो इस जंग की लड़ाई बचपन से ही शुरू हो गई थी। जब भी ऑडिशन के लिए गया तो वहां भी रंग को लेकर भेदभाव होता था। लेकिन, मैंने कभी हार नहीं मानी। शुरुआत में कुछ टीवी शोज की शूटिंग के दौरान, मेकर्स मुझे मेकअप के जरिए गोरा दिखाने की कोशिश में लगे रहते थे। मैं बिल्कुल कंफर्टेबल नहीं महसूस करता था। एक वक्त आया जब मैंने इस मेकअप का विरोध करना शुरू कर दिया। मुझे शो बीच में छोड़ने का बिल्कुल डर नहीं था। मैं केवल इस सोच को बदलना चाहता था और वो वक्त के साथ हुआ भी। मैं अपनी स्किन टोन में बहुत कंफर्टेबल हूं: निया शर्मा मैंने पहले भी कहा है कि मैंने आज तक कभी गोरे होने का सोचा नहीं और ना ही किसी डॉक्टर से गोरे होने की सलाह ली है। लोग मुझे भले ही डस्की या ब्राउन स्किन एक्ट्रेस कहकर पुकारें लेकिन मैं अपनी स्किन टोन में बहुत कंफर्टेबल हूं। दूसरों के मुकाबले, मेरी स्किन थोड़ी ज्यादा डार्क है: खनक वाघनानी इस बात से मैं वाकिफ थी कि रियलिटी शो करने के दौरान या उसके बाद, मैं किसी भी वजह से ट्रोल हो सकती हूं। लेकिन लोग मेरी डार्क स्किन पर इतना बुरा बोल सकते है, ऐसा मैंने कभी सोचा भी नहीं था। मैं ऑनलाइन ट्रोलिंग की शिकार हो गई। दूसरों के मुकाबले, मेरी स्किन थोड़ी ज्यादा डार्क है। लेकिन मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है। इस सिचुएशन में मैं अपने आपको थोड़ा शांत रख रही हूं। हालांकि, इससे निकलने में थोड़ा वक्त लगेगा। रोल नहीं मिला क्योंकि मेरा रंग दबा हुआ था: हिना खान एक इंटरव्यू में हिना खान ने कहा था- मैं कश्मीरी हूं और बहुत अच्छी तरह से कश्मीरी बोल सकती थी पर मुझे इसलिए इस रोल के लिए नहीं लिया गया, क्योंकि मेरा रंग दबा हुआ था। मैं बहुत ज्यादा गोरी नहीं हूं। टीम और किरदार के लिए यही जरूरी था। मुझे बहुत बुरा लगा था। जब आप भाषा को बहुत अच्छी तरह से जानते हों और आप किरदार को बेहतरीन तरीके से निभा सकते हों और सिर्फ कश्मीरी दिखें ना इसलिए आपको रोल न मिले। मैंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी और हार नहीं मानी। मैंने हमेशा कोशिश जारी रखी।