हमास के खिलाफ युद्ध के बीच इजराइल में बंधकों को छुड़ाने की मांग तेज होती जा रही है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइल के हॉस्टेज एंड मिसिंग फैमिली फोरम ने 7 अक्टूबर से जुड़ा एक नया वीडियो जारी किया है। इसमें हमास लड़ाके इजराइल की 5 महिला सैनिकों को बंधक बनाते दिख रहे हैं। ये महिलाएं गाजा के बॉर्डर के पास नहल ओज बेस पर तैनात थीं। 3 मिनट के इस वीडियो में दिख रहा है कि हमास लड़ाकों ने सभी महिला सैनिकों के हाथ-पैर बांध रखे हैं। वे घायल हैं, और उनके चेहरे से खून बह रहा है। इस दौरान हमास के लड़ाके उन्हें गाली देते भी दिखे। वीडियो लड़ाकों के बॉडी कैमरा से रिकॉर्ड किया गया है, जिसे इजराइली सेना ने बंधकों के परिजनों को दिया था। हमास लड़ाके ने इजराइली बंधकों को मारने की धमकी दी
वीडियो के मुताबिक, एक महिला बंधक हमास लड़ाके को बताती है कि फिलिस्तीन में उसके कई दोस्त रहते हैं। वह किसी ऐसे शख्स को बुलाने की अपील करती है जो अंग्रेजी भाषा जानता हो, और उसकी बात समझ सके। इस पर हमास का एक लड़ाका उसे डांटता हुआ कहता है, “तुम्हारी वजह से हमारे साथी मारे गए हैं, हम तुम सबकी हत्या कर देंगे।” इसके बाद एक लड़ाका बंधकों की तरफ देखकर कहता है कि ये महिलाएं बेहद खूबसूरत हैं। ये गर्भवती हो सकती हैं। इस पर दूसरा बंधक उसे जवाब देता है कि सभी महिलाएं यहूदी हैं। इसके बाद हमास के लड़ाके एक-एक करके सभी बंधकों को बाहर लाकर अपनी गाड़ियों में बैठाते नजर आ रहे हैं। इस दौरान कई बंधक घायल दिखते हैं, जिन्हें चलने में काफी दिक्कत होती है। वीडियो शेयर करते हुए बंधकों के परिजन मीडिया से कहते हैं कि इस वीडियो को रोज खबरों से पहले दिखाया जाना चाहिए, जिससे सरकार जाग सके। नेतन्याहू बोले- 7 अक्टूबर जैसा दोबारा नहीं होने देंगे
वीडियो सामने आने के बाद इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे डरावना बताया है। उन्होंने कहा, “हमास के अत्याचारों को देखकर उन्हें खत्म करने के मेरे इरादे को और ताकत मिलती है। हमें यह तय करना होगा कि 7 अक्टूबर को जो इजराइल में हुआ वह दोबारा कभी नहीं होना चाहिए।” वीडियो पर हमास की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। हमास ने कहा है कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है। ऐसे में इसमें दिखाई गई बातों की वास्तविकता पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। हमने जिन भी महिलाओं को इजराइल से बंधक बनाया था, उनके साथ सही व्यवहार किया गया है। उन्हें किसी भी तरह प्रताड़ित नहीं किया गया था। नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग
जंग की शुरुआत से ही इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमास के खात्मे और बंधकों की सुरक्षित वापसी की बात कह रहे हैं, लेकिन अब तक सभी कई बंधक हमास की कैद में हैं। इसे लेकर इजराइली नागरिकों में प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनकी सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। दूसरी तरफ, इजराइली बंधकों के परिजनों से नेतन्याहू सरकार पर बंधकों को रिहा करने के लिए पर्याप्त कोशिश न करने का आरोप लगाया है। परिजनों ने कहा है कि इजराइली नागरिक हमास की कैद में हर एक क्षण कुछ न कुछ झेल रहे हैं। उनके लिए हर मिनट अहम है। सरकार को उन्हें वापस लाने के लिए हर जरूरी कदम उठाने होंगे। उन्हें हमास के साथ फिर से समझौते के लिए बातचीत शुरू करनी चाहिए। अप्रैल 2024 में राजधानी तेल अवीव समेत 50 जगहों पर शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे। उन्होंने हमास की कैद से इजराइली बंधकों को छुड़ाए जाने, नेतन्याहू के इस्तीफे और देश में जल्द चुनाव होने की मांग की थी।