सुपरस्टार ममूटी ने हेमा कमेटी रिपोर्ट पर अपनी राय रखते हुए कहा है कि मलयालम सिनेमा में कोई पावर ग्रुप नहीं है। जस्टिस हेमा कमेटी का गठन सरकार ने फिल्म इंडस्ट्री की स्टडी करने और समस्याओं के समाधान पर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए किया था। ममूटी ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ‘यह पोस्ट वर्तमान घटनाकम्र पर बेस्ड है जिसका मलयालम सिनेमा सामना कर रहा है। सिनेमा समाज का प्रतीक है। समाज की सारी अच्छी-बुरी बातें फिल्मों में दिखाई जाती हैं। फिल्म इंडस्ट्री एक ऐसी चीज है जिस पर समाज पूरा ध्यान देता है। इसी वजह से वहां होने वाली हर छोटी-बड़ी बात पर चर्चा होगी। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए फिल्म मेकर्स को सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है ताकि इस फील्ड में कुछ भी गलत न हो।’ दरअसल, मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में पिछले कई सालों से महिला कलाकारों के साथ यौन शोषण के आरोप लग रहे थे। इसकी जांच के लिए 2019 में रिटायर्ड जस्टिस हेमा की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। 4 साल बाद 19 अगस्त को हेमा कमेटी ने केरल सरकार को 233 पन्नों की एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें कई बड़े कलाकारों द्वारा शोषण किए जाने की बात सामने आई। हेमा समिति रिपोर्ट पर अब तक चुप रहने की वजह भी बताई
ममूटी ने यह भी बताया कि एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (एएमएमए) का हिस्सा होने के बावजूद उन्होंने इतने समय तक इस मुद्दे पर अपनी राय क्यों नहीं रखी थी। उन्होंने कहा कि वे इंतजार कर रहे थे कि पहले एसोसिएशन अपनी राय रखे। ममूटी बोले- ऐसी घटनाएं रोकने के लिए मेकर्स को सावधान रहना चाहिए
ममूटी ने आगे लिखा, ‘हम उस रिपोर्ट में सिफारिशों और समाधानों का तहे दिल से वेलकम और सपोर्ट करते हैं। अब समय आ गया है कि फिल्म इंडस्ट्री के सभी एसोसिएशन इन्हें लागू करने के लिए एक साथ जुटें। सामने आई शिकायतों पर पुलिस की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट का पूरा वर्जन कोर्ट के सामने है।’ यौन शोषण के आरोप के बाद मलयालम मूवी-आर्टिस्ट एसोसिएशन भंग
यौन शोषण के आरोपों के बाद मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) को मंगलवार, 27 अगस्त को भंग कर दिया गया था। इससे AMMA के प्रेसिडेंट और साउथ सुपरस्टार मोहनलाल समेत 17 मेंबर्स ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। AMMA के तीन मेंबर्स के खिलाफ सेक्शुअल हैरेसमेंट की शिकायत की गई थी। इनमें से दो मेंबर्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। एसोसिएशन को भंग करने का फैसला हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद लिया गया।