अमेरिकी संसद की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी के पति पॉल पेलोसी पर अक्टूबर 2022 में ट्रम्प समर्थक ने जानलेवा हमला किया था। इस मामले में कैलिफोर्निया की कोर्ट ने शुक्रवार (17 मई) को हमला करने वाले शख्स डेविड डीपापे को 30 साल की सजा सुनाई है। पॉल पेलोसी पर ये हमला उनके सैन फ्रांसिस्को वाले घर में रात 2 बजे हुआ था। हमलावर ने हथौड़े से पॉल के सिर पर वार कर दिया था। घटना CCTV कैमरे में कैद हो गई थी। इसके बाद 82 साल के पॉल को अस्पताल ले जाया गया। उनके सिर और हाथ में गंभीर चोट आई थी, जिसके चलते उनका स्कल फ्रैक्चर हो गया था। पुलिस ने मामले की जांच के बाद नवंबर 2023 में डीपापे को दोषी माना था। इसके बाद पॉल पेलोसी के वकील ने जूरी से डेविड को 40 साल सजा देने की मांग की थी। डेविड (44) के वकील ने कोर्ट में बताया कि वह मानसिक रूप से बीमार था। वह कुछ पॉलिटिकल पार्टी की स्पीच से प्रभावित हो गया था। इस वजह से कोर्ट को उसे सिर्फ 14 साल की सजा देनी चाहिए। हालांकि, जज जैकलीन स्कॉट कॉर्ली ने सारी दलीलें खारिज कर दी। नैंसी पर हमला करने घर में घुसा था डेविड
जज ने डेविड को किडनैपिंग के मामले में 20 साल और हमले के लिए 30 साल की सजा सुनाई। किडनैपिंग और हमले की सजा एक साथ चलेगी, इससे डेविड को 30 सालों तक जेल में रहेगा पडे़गा। कोर्ट ने कहा कि वह 18 महीने की सजा पूरी कर चुका है इसलिए उसकी सजा से ये दिन घटा दिए जाएंगे। डेविड ने कोर्ट में बताया था कि उसे नैंसी पेलोसी पर हमला करना था। इसके लिए उसने पहले से योजना बनाई थी कि वह यूनिकॉर्न ड्रेस (इस तरह की ड्रेस से चोट कम लगती है) पहनेगा और फिर हमला करते समय नैंसी पेलोसी की आवाज को रिकॉर्ड कर उसे ऑनलाइन अपलोड कर देगा पर हमले के वक्त नैंसी वहां मौजूद नहीं थी। इस वजह से उसने पेलोसी के पति पर हमला कर दिया। नैंसी पेलोसी क्यों मारना चाहता था डेविड
डेविड डीपापे का मानना ​​था की नैंसी उन लोगों में शामिल थी, जिन्होंने 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प को चुनाव में धांधली कर हराने की साजिश रची थी। ट्रम्प ने इस दौरान भड़काने वाले बयान दिए थे, जिससे डेविड प्रभावित हो गया। इसके बाद उसने नैंसी पेलोसी को मारने की साजिश रचने का सोचा। इसके अलावा उन्होंने संसद में ट्रंप की स्पीच फाड़ दी थी। वह दो साल से इसकी प्लानिंग कर रहा था। वो घर के पीछे वाले दरवाजे से अंदर घुसा। उसे ‘नैंसी कहां है’ चिल्लाते हुए सुना गया था। हमलावर और पॉल के बीच हाथापाई भी हुई थी। हार के बावजूद ट्रम्प ने हार नहीं कबूली थी… 3 नवंबर 2020 को राष्ट्रपति चुनाव हुआ। बाइडेन को 306 और ट्रम्प को 232 वोट मिले। सब कुछ साफ था। इसके बावजूद ट्रम्प ने हार नहीं कबूली। उनका आरोप था कि वोटिंग और काउंटिंग में बड़े पैमाने पर धांधली हुई। ट्रम्प ने कई राज्यों में केस दर्ज कराए। ज्यादातर में ट्रम्प समर्थकों की अपील खारिज हो गई। दो मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने भी याचिकाएं खारिज कर दीं। ट्रम्प इशारों में हिंसा की धमकी देते रहे। 6 जनवरी 2021 को नए राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत पर आखिरी मुहर लगनी थी। इसके लिए अमेरिकी संसद का सत्र चल रहा था। यहां वोटों की गिनती होनी थी। ट्रम्प के सांसदों ने कुछ जगहों के नतीजों पर ऐतराज जताया था। इस पर चर्चा होनी थी। चर्चा के बाद बहुमत के साथ बाइडेन की जीत पर मुहर लगी थी। इससे नाराज ट्रम्प समर्थकों ने संसद पर हमला कर दिया। कौन है नैंसी पेलोसी?
नैंसी पेलोसी अमेरिकी संसद की दो बार स्पीकर रह चुकी है। वो 2007-2011 और 2019-2023 तक संसद की स्पीकर थी। वो डेमोक्रेटिक पार्टी (जो बाइडेन) की सदस्य है। नैंसी ने ही ट्रम्प के खिलाफ संसद में दो बार महाभियोग चलाया था। 1987 में उन्होंने अपना पहला संसदीय चुनाव जीता था। नैंसी अमेरिका के एक राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता और भाई एक अमेरिकी शहर के मेयर रहे चुके हैं। साल 1976 में अपने परिवार के राजनीतिक संबंधों का लाभ उठाते हुए नैन्सी ने राजनीति में कदम रखा था। वह पार्टी के अंदरुनी मामलों और इनसाइड गेम में माहिर है। 2002 से 2018 तक उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए 68 करोड़ यूएस डॉलर जुटाए थे। 2022 में स्पीकर पद पर रहते हुए वे ताइवान के दौरे पर गईं थीं। इससे चीन भड़क गया था। चीन के विदेश मंत्रालय ने पलोसी की यात्रा के तुरंत बाद जारी किए बयान में कहा था ऐसा कर अमेरिका आग से खेल रहा है। जो भी आग से खेलता है अपने आप को ही जलाता है।