पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अदियाला जेल से ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर पद का चुनाव लड़ सकते हैं। पीटीआई नेता इमरान खान के सलाहकार सैयद जुल्फी बुखारी ने ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ को ये जानकारी दी है। इस साल ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में चांसलर का चुनाव होना है। ऑक्सफोर्ड के 800 सालों के इतिहास में पहली बार चांसलर चुनाव के लिए ऑनलाइन मतदान होगा। इस चुनाव में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर, थेरेसा मे और बोरिस जॉनसन भी दावेदारी पेश करते नजर आएंगे। इमरान के सलाहकार सैयद जुल्फी बुखारी ने कहा कि जनता की ये मांग है कि इमरान खान चुनाव लड़ें। उन्होंने चुनाव को लेकर तैयारी भी शुरू कर दी है। वे जेल से ही चुनाव की ऑनलाइन प्रक्रिया में हिस्सा लेंगे। अभी इमरान की हरी झंडी मिलनी बाकी
बुखारी, इमरान खान के विदेशी मामलों के सलाहकार हैं। उन्होंने कहा कि इमरान खान की तरफ से अभी हरी झंडी नहीं मिली है। उनकी सहमति के बाद ही इसकी सार्वजनिक घोषणा की जाएगी और इसके बाद हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जाएगा। इमरान खान ऑक्सफोर्ड के ही छात्र हैं। उन्होंने 1972 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के केबल कॉलेज से इकोनॉमिक्स में डिग्री हासिल की थी। वे 2005 से 2014 तक ब्रैडफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर के रूप में काम कर चुके हैं। ऑक्सफोर्ड चांसलर ने मार्च में दिया था इस्तीफा
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर लॉर्ड क्रिस पैटन ने इसी साल फरवरी में अपने इस्तीफे का ऐलान किया था। 80 साल के पैटन 21 साल तक चांसलर रहे। उन्होंने फरवरी 2003 में पद संभाला था। लॉर्ड पैटन इससे पहले हांगकांग के 28वें और अंतिम ब्रिटिश गवर्नर के रूप में कार्यरत थे। रॉय जेनकिंस की मृत्यु के बाद उन्हें चांसलर के रूप में चुना गया था। वे 19वीं शताब्दी में ड्यूक ऑफ वेलिंगटन के बाद से पद पर रहते हुए न मरने वाले पहले चांसलर हैं। इमरान के जीतने के चांसेज कम
ऑक्सफोर्ड विवि के चांसलर के चुनाव में 2.5 लाख से ज्यादा मौजूदा और पुराने छात्र वोट करेंगे। इस चांसलर बनने का मौका यहां के ग्रेजुएट को मिलता है। नए नियमों के मुताबिक जो भी नए चांसलर बनेंगे उन्हें 10 साल का कार्यकाल मिलेगा। चुनाव लड़ने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत होती है जो कि 18 अगस्त तक होगी। अभी चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं हुआ है। द टेलीग्राम के मुताबिक इमरान खान के जीतने की संभावना कम है क्योंकि इसकी रेस में ब्रिटेन के 3 पूर्व प्रधानमंत्री के अलावा और भी कई दिग्गज हैं। अमेरिका में भारतीय शख्स पर नकली मेडिसिन बेचने का आरोप, कैंसर की इस दवा की कीमत 10 लाख, हो सकती है 100 साल की सजा अमेरिका के टेक्सास राज्य में एक भारतीय नागरिक पर कैंसर की नकली दवा बेचने और उसकी तस्करी करने का आरोप लगा है। संजय कुमार नाम का ये शख्स जो दवा बेचता था उसकी कीमत हजारों डॉलर थी। कोर्ट में दायर मुकदमें के मुताबिक उस पर पांच मामलों में आरोप लगाए गए हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…