कुवैत के मंगाफ शहर की एक इमारत में आग लग गई। इसमें 41 लोग मारे गए हैं, जिनमें कम से कम 10 भारतीय हैं। 5 केरल के रहने वाले थे। हादसे में 50 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत के समयानुसार ये हादसा सुबह करीब 6 बजे हुआ। तड़के लगी आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए। आग लगने की वजह का अब तक पता नहीं चला है। मेजर जनरल ईद रसीद हमद ने न्यूज एजेंसी को बताया कि इस इमारत में कई सारे प्रवासी मजदूर रहते हैं। कुवैत में हुए हादसे पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान भी सामने आया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा, “कुवैत में हुए हादसे से स्तब्ध हूं। वहां करीब 40 लोगों की मौत हुई है। हम डीटेल्स सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। भारतीय राजदूत घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।” भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया
कुवैत में भारतीय दूतावास ने इस घटना के बाद एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। दूतावास ने पोस्ट कर कहा- आज भारतीय कामगारों के साथ हुई दुखद दुर्घटना के संबंध में एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ये नंबर है- +965-65505246। संबंधित अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन नंबर से जुड़े। दूतावास आपकी हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। कुवैत के एक सीनियर पुलिस कमांडर ने कहा कि एक ही कमरे में कई-कई लोग रहते हैं। ये मजदूर पैसा बचाने के लिए ऐसा करते हैं। हम इसे लेकर समय-समय पर चेतावनी भी देते रहते हैं कि बिना जानकारी दिए कोई भी बिल्डिंग में न रहे। खबर अपडेट हो रही है…