एक्टर दीपक तिजोरी ने CBFC (केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड) पर अपनी भड़ास निकाली है। दीपक की मानें तो उन्हें अपनी फिल्म ‘टिप्सी’ की स्क्रीनिंग के समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इतना ही नहीं, उन्होंने CBFC वालों पर ब्लैकमेल करने का आरोप भी लगाया। बॉलीवुड हंगामा को दिए गए इंटरव्यू में दीपक तिजोरी ने बताया कि फिल्म रिलीज के 20 दिन पहले उन्होंने रीजनल ऑफिसर को मैसेज भेजा था। दीपक चाहते थे कि फिल्म की स्क्रीनिंग सही समय पर हो। फिल्म में कोई भी किसिंग या एडल्ट सीन नहीं है। दीपक फिल्म के लिए ‘यूए’ सर्टिफिकेट चाहते थे। जबकि सीबीएफसी उन्हें पहले ‘यू’ सर्टिफिकेट दे रही थी। लेकिन स्क्रीनिंग के बाद उनसे कहा गया कि फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया जाएगा। दीपक ने आगे बताया कि मूवी में कुछ डायलॉग्स और वर्ड्स हैं, जैसे- ब्लू फिल्म और पॉर्न। जिसे सीबीएफसी ने हटाने का आदेश दिया। इतना ही नहीं, रेव पार्टी वाले सीन में भी कटौती कराई गई, जिसमें कैरेक्टर्स चिलम कन्ज्यूम कर रहे हैं। दीपक की मानें तो ये सब्सटेंस भोलेनाथ से जुड़ा है। गाने के बैकग्राउंड में ‘भोले शिव शंकर’ के बोल भी हैं। इस गाने को 50 प्रतिशत तक हटाने की बात कही गई। 15 मिनट में उन्हें फिल्म में किए गए बदलाव की जानकारी मिल गई। दीपक ने कहा कि उनके करोड़ों रुपए इस फिल्म को बनाने में लगाए हैं। लेकिन सेंसर बोर्ड वाले इसकी अहमियत नहीं समझते। दीपक ने कहा कि उन्होंने एडिटेड वर्जन को CBFC पोर्टल पर डाला, लेकिन देर शाम तक उन्हें सर्टिफिकेट नहीं मिला। फिर उन्होंने अपने आदमी को अंधेरी स्थित बोर्ड के ऑफिस में भेजा। लेकिन उसे भी सर्टिफिकेट न देकर मेल पर सॉफ्ट कॉपी भेज दिया। इस पूरे प्रोसेस में 8-10 घंटे लगे। जिससे फिल्म के मॉर्निंग शोज प्रभावित हुए। एक्टर ने कहा कि बोर्ड वाले इस तरह का ट्रीटमेंट फिल्ममेकर्स को देते हैं। पहले तो वो रिलीज के पहले ज्यादा समय नहीं देते। फिर ब्लैकमेल करते हैं, जिससे फिल्ममेकर्स मना भी नहीं कर सकते।