अमेरिका ने बांग्लादेश को 1700 करोड़ रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। इस मदद के लिए बांग्लादेश के वित्त मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी ए.के.एम शहाबुद्दीन और अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास संस्था (USAID) के डायरेक्टर रीड जे. एश्लीमन ने ढाका में एग्रीमेंट पर साइन किए। इस दौरान बांग्लादेश और अमेरिका के बीच हुए “डेवलपमेंट ऑब्जेक्टिव ग्रांट एग्रीमेंट (DOAG)” में 6वां संशोधन किया गया। बांग्लादेशी वित्त मंत्रालय के मुताबिक इस मदद का इस्तेमाल युवाओं के कल्याण, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने और व्यापार के अवसर बढ़ाने में किया जाएगा। USAID के बांग्लादेश मिशन समझौते की जानकारी एक्स पर पोस्ट कर दी। 2021 में साइन हुआ था DOAG एग्रीमेंट
बांग्लादेश और अमेरिका के बीच 27 सितंबर 2021 को DOAG पर हस्ताक्षर हुए थे। इस एग्रीमेंट के तहत अमेरिका 2021 से 2026 तक बांग्लादेश को कुल 8 हजार करोड़ देगा। अब तक अमेरिका बांग्लादेश को 3565 करोड़ रुपए दे चुका है। USAID ये पैसा अमेरिका के कृषि विभाग, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों की मदद से देता है। USAID के मुताबिक इसका मकसद सुशासन, सामाजिक विकास और आर्थिक अवसरों को बढ़ावा देना है। अमेरिकी डेलीगेशन से मिले बांग्लादेश के चीफ एडवाइजर
आज (15 सितंबर) अमेरिका का एक हाई लेवल डेलीगेशन बांग्लादेश के दौरे पर पहुंचा। इस डेलीगेशन में अमेरिकी विदेश विभाग के साउथ एंड मिडिल एशिया ब्यूरो के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू भी शामिल हुए। रविवार को ढाका में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर मोहम्मद यूनुस ने इस डेलीगेशन के साथ मीटिंग की। मीटिंग के दौरान यूनुस ने बांग्लादेश के हालातों को पटरी पर लाने, देश में रिफॉर्म करने और चुराई गई संपत्तियों की वापसी के लिए अमेरिका से मदद मांगी। यूनुस ने अंतरिम सरकार के सामने आ रही चुनौतियों को भी अमेरिकी डेलीगेशन के सामने रखा। साथ ही अंतरिम सरकार द्वारा किए जा रहे कामों को भी गिनाया। लू पर पाकिस्तान-बांग्लादेश में तख्तापलट का आरोप
डोनाल्ड लू का नाम दक्षिण एशियाई देशों में तख्तापलट से जोड़कर देखा जाता है। पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार गिरने के बाद भी उनका नाम आया था। इमरान खान ने खुलेआम उनका नाम लिया था और उन्हें जिम्मेदार ठहराया था। इस साल की शुरुआत में लू ने अमेरिकी संसद में गवाही दी थी और पाकिस्तान में सरकार गिराने के आरोप को गलत बताया था। पिछले महीने बांग्लादेश में भी जब शेख हसीना को सत्ता से हटाया गया था तब भी डोनाल्ड लू का नाम सामने आया था। हालांकि, अमेरिका ने इससे भी साफ इनकार किया था। कर्ज में दबा बांग्लादेश ब्याज नहीं चुका पा रहा
राजनीतिक संकट का सामना कर रहे बांग्लादेश के सामने आर्थिक संकट भी खड़ा हुआ है। कर्ज में डूबे बांग्लादेश से रूस ने 21 अगस्त को चिट्ठी लिखकर करीब 5,300 करोड़ रुपए का ब्याज चुकाने के लिए कहा है। रूसी अधिकारियों ने ब्याज चुकाने के लिए 15 सितंबर तक की डेडलाइन दी थी। रूस ने बांग्लादेश को न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए 1.06 लाख करोड़ रुपए का कर्ज दिया है। इस पर 4% के हिसाब से ब्याज ले रहा है। अगर डेडलाइन तक ब्याज नहीं चुकाया जाता है, तो रूस बांग्लादेश से 6.4% के हिसाब ब्याज वसूलेगा। रूस के अलावा अडाणी ग्रुप ने भी बांग्लादेश से बिजली बिल का बकाया करीब 6,700 करोड़ रुपए मांगा है। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद ये पैसा चुकाने की जिम्मेदारी अंतरिम सरकार पर आ गई है।