एक्टर मनोज वाजपेयी मंगलवार को अपकमिंग फिल्म भैयाजी के प्रमोशन के लिए इंदौर पहुंचे। उनकी सौ फिल्में पूरी होने के सवाल पर मनोज वाजपेयी ने कहा कि दूसरी इंडस्ट्रीज के मुकाबले बॉलीवुड बहुत छोटी और कठिन इंडस्ट्री है। लोग कहते हैं कि लोकसभा का चुनाव सबसे कठिन होता है, मैं कहता हूं पंचायत में सरपंच का चुनाव सबसे कठिन होता है। उन्होनें कहा कि मैने अपनी पूरी जर्नी में बहुत उतार-चढ़ाव देखे। जिसमें चढ़ाव कम उतार ही अधिक वक्त चलता रहा। मेरी बोली और कम को लेकर मेरा प्रेम ही मेरे अथाह काम आया। मैं अगर दो महीने काम नहीं करता हूं, तो बेचैन हो जाता हूं। पैसा-गाड़ी मुझे अभी भी आकर्षित नहीं करते। मेरे लिए हमेशा अभिनय में बड़ा और नया काम करना ही मेरी उपलब्धि है। राजनीति में आने के सवाल पर मनोज वाजपेयी ने कहा कि बिल्कुल नहीं, वो दुनिया मुझे बिल्कुल समझ नहीं आती है। पांच साल के बाद जाकर वोट करता हूं। अपनी जिम्मेदारी निभा के मैं अपने काम पर वापस चला जाता हूं। इंदौरियों से भिया राम कह समझाया भैयाजी का मतलब भैया या भिया जी उन्हीं को कहते हैं, जो आइडियल पुरूष होता है। अपने इलाके में जो सबका ख्याल रखता है। किसी की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। भैया या भैयाजी बनना बड़ी जिम्मेदारी का काम है। उसको यूं हीं खर्च न कीजिए। वो बहुत जरूरी है। जो भी भैया या भिया जी कहलाना चाहता है, उसको अपने इलाके में आदर्श काम तो करना ही होगा। तभी इस संबोधन के साथ न्याय कर पाएंगे। “इंदौरियों भिया राम”। ‘100 में से मेरी सिर्फ 10 फिल्म ही बहुत खराब है’ मैंने कभी सोचा नहीं था कि दस फिल्में भी कर पाऊंगा। जब मुझे बताया कि मैं 100 फिल्म कर चुका तो मुझे एहसास भी नहीं हुआ। शायद ऊपर वाले का आशीर्वाद है। 100 में से 10 फिल्म ही बहुत खराब रही होंगी। 90 फिल्में मेरे दिल के बहुत करीब है। सत्या फिल्म के कैरेक्टर भीकू म्हात्रे की वजह से ही मैं 100 फिल्म कर पाया। लोग क्या सोचते हैं मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता मनोज वाजपेयी ने कहा कि भैयाजी फिल्म किसी एक क्षेत्र या व्यक्ति से जुड़ी फिल्म नहीं है। यह देश की मिट्‌टी और लोगों से जुड़ी कहानी है। आने वाली दूसरी फिल्में बिल्कुल अलग तरीके की होंगी। लगातार अपने को बदलना और नई चुनौतियों का सामना करने के साथ अपने अंदर इम्प्रूवमेंट होना इस पर मेरा ध्यान ज्यादा रहता है। लोग या इंडस्ट्री क्या सोचते हैं या सोचेंगे मैं ये बिल्कुल नहीं सोचता। भगवान शिव हमारे कुल देवता भगवान ने मुझे पॉजिटिव ही बनाया है। मेरी पॉजीटिविटी में सबसे बड़ा हाथ हमारे कुल देवता शिवजी का रहा है। जिनका मैं बचपन से बहुत बड़ा उपासक रहा हूं। जब मौका लगता है, मैं उनके दरवाजे पर जाकर मत्था टेकता हूं। इंदौर आने से पहले महाकाल के दर्शन किए अभिनेता मनोज वाजपेयी इंदौर में फिल्म के प्रमोशन से पहले उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन किए। नंदी हॉल से भगवान के दर्शन कर जय महाकाल का जयकारा लगाया। उज्जैन में उन्होंने कहा, ‘भगवान महाकाल से क्या मांगा है, ये तो नहीं बताऊंगा, लेकिन मेरी आने वाली फिल्म ‘भैया जी’ की सफलता की कामना जरूर की है। वे दोस्तों के साथ मंदिर पहुंचे थे। आधा घंटा रुकने के बाद वे इंदौर रवाना हो गए। सोमवार को शेफाली जरीवाला महाकाल दर्शन के लिए पहुंची थी श्री महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह 4 बजे एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला ने भी दर्शन किए। वे परिवार के साथ महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुईं। जरीवाला मंदिर में दो घंटे रहीं। भस्म आरती के दौरान नंदी हॉल में महाकाल की भक्ति में लीन नजर आईं। भस्म आरती के बाद नंदी हॉल से ही दर्शन कर उन्होंने महाकाल का आशीर्वाद लिया। पूरी खबर पढ़िए ये खबरें भी पढ़ें सेहतनामा- 25 साल बाद दुनिया की आधी आबादी पहनेगी चश्मा:जानिए क्या है अगला एपिडेमिक मायोपिया, बच्चों को क्यों है ज्यादा खतरा उद्धव नहीं, राज थे बालासाहेब ठाकरे की पहली पसंद:एकनाथ शिंदे बोले- पवार मुझे CM बनाना चाहते थे, उद्धव ने कांग्रेस चुनी भास्कर एक्सप्लेनर- क्या ईरान के राष्ट्रपति रईसी की हत्या हुई:खामेनेई के बेटे और मोसाद का नाम क्यों आ रहा; ईरान में आगे क्या होगा