इजराइल की सेना लेबनान में दाखिल हो गई है। इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने मंगलवार सुबह यह जानकारी दी। IDF ने कहा कि सोमवार रात दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकाने और बुनियादी ढांचे को खत्म करने के लिए सीमा से लगे गांवों में ‘लिमिटेड’ ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया गया है। इजराइली सेना ने कहा कि वे सीमा के नजदीकी गांवों को अपना निशाना बना रहे हैं। यहीं से हिजबुल्लाह, इजराइल पर हमला करता है। IDF ने कहा कि इस हमले के लिए उनके सैनिकों ने हाल ही में ट्रेनिंग ली थी। IDF ने बताया कि ये हमले खुफिया जानकारी के आधार पर किए जा रहे हैं। इजराइली एयर फोर्स इसमें उनकी मदद कर रही है। इजराइल ने हमले की प्लानिंग के बारे में अमेरिका को पहले ही बता दिया था। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को इसकी जानकारी दी थी। हालांकि तब उन्होंने इसकी टाइमिंग बताने से इनकार कर दिया था। साल 2006 के बाद यह पहली बार है जब इजराइली सेना लेबनान में घुसी है। तब इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 33 दिनों तक जंग चली थी। इसमें 1100 से ज्यादा लेबनानी मारे गए थे। वहीं, इजराइल के 165 लोगों की मौत हुई थी। दक्षिणी लेबनान में इजराइल के ग्राउंड ऑपरेशन से जुड़ी तस्वीरें… इजराइल बोला- दुश्मनों को हराने के लिए पूरी ताकत लगा देंगे
इससे पहले इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने लेबनानी सीमा के नजदीक सैनिकों से 30 सितंबर को मुलाकात की थी। गैलेंट ने कहा था कि जो कुछ भी किए जाने की जरूरत है, हम करेंगे। दुश्मनों को हराने के लिए हम हवा, जल और जमीन के रास्ते अपनी पूरी ताकत लगा देंगे। लेबनान की हेल्थ मिनिस्ट्री के मुताबिक सोमवार को हुए इजराइली हमले में कम से कम 95 लोग मारे गए। 172 लोग घायल भी हुए हैं। इससे पहले रविवार को इजराइली हमले में कम से कम 105 लोगों की मौत हुई थी। बाइडेन ने सीजफायर की मांग की
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लेबनान में इजराइल की सैन्य कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा गया था। बाइडेन ने कहा था कि अगर लेबनान में जंग रुक जाती है तो उन्हें खुशी होगी। उन्होंने सीजफायर की मांग भी की। इजराइल ने लेबनान से लगी सीमा को ‘बंद मिलिट्री जोन’ घोषित कर रखा है। IDF ने इन इलाके में लोगों के जाने पर बैन लगा दिया है। इनमें मेटुला, मिस्गाव अम और कफर गिलादी के इलाके शामिल हैं। हिजबुल्लाह का डिप्टी चीफ बोला- हमारी फौज लड़ने को तैयार
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद पहली बार संगठन के डिप्टी चीफ नईम कासिम ने जनता को संबोधित किया। कासिम ने इजराइल पर जनसंहार के आरोप लगाए। उसने कहा, “इजराइल अगर लेबनान में घुसपैठ करेगा तो हमारी फौज लड़ने को तैयार है। नसरल्लाह की मौत से हमारे प्लान में कोई बदलाव नहीं आया है।” हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप खत्म
इजराइल ने 2 महीने के भीतर हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप को खत्म कर दिया है। 27 सितंबर को हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था। इसमें चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया। 30 जुलाई को लेबनान पर एक एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के दूसरे सबसे सीनियर लीडर फुआद शुकर को मार गिराया था। इसके ठीक अगले दिन 31 जुलाई को ईरान पर हमला कर हमास चीफ इस्माइल हानियेह को भी मौत हो गई। अब हिजबुल्लाह की लीडरशिप में कोई सीनियर नेता नहीं बचा है। वहीं हमास की लीडरशिप में सिर्फ याह्या सिनवार जीवित है, जो गाजा में मौजूद है। दस दिन पहले इजराइल ने हवाई हमले शुरू किए
लेबनान में 17 सितंबर को पेजर और अगले दिन वॉकी-टॉकी में कई विस्फोट हुए थे। इन धमाकों में 39 लोगों की जान गई थी और 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। हिजबुल्लाह ने इजराइल पर इन हमलों का आरोप लगाया था। इसके बाद इजराइल ने लेबनान में हवाई हमला शुरू कर दिया था। CNN के मुताबिक इजराइल के हवाई हमले में 1,100 से ज्यादा लेबनानी नागरिक मारे जा चुके हैं। वहीं, घायल लोगों की संख्या 6 हजार को पार कर गई है। ये खबर भी पढ़ें…
मोदी ने इजराइली पीएम नेतन्याहू से फोन पर बात की:कहा- भारत शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध, दुनिया में आतंक के लिए कोई जगह नहीं इजराइल-लेबनान तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 30 सितंबर को इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। PM मोदी ने खुद सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी। बातचीत के दौरान PM मोदी ने कहा कि दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। क्षेत्रीय तनाव को रोकना और सभी बंधकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। भारत शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। पूरी खबर यहां पढ़ें…