डायरेक्टर सिमरप्रीत सिंह की फिल्म ‘वाइल्ड वाइल्ड पंजाब’ कुछ दिन पहले ही ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है। इस फिल्म में वरुण शर्मा, सनी सिंह, मनजोत और जस्सी गिल जैसे स्टार्स लीड रोल में हैं। अब डायरेक्टर सिमरप्रीत ने फिल्म की मेकिंग के बारे में दैनिक भास्कर से बातचीत की है। इस फिल्म से आप किस तरह से जुड़े?
इसके पीछे की कहानी कुछ इस तरह की है कि मैं सोनी लिव के लिए एक शो शूट कर रहा था और उस दौरान लव रंजन सर से मेरी मुलाकात हुई। हालांकि उस दौरान उनसे मेरी मुलाकात किसी अन्य विषय के लिए हुई थी। मैं उनकी फिल्म में एसोसिएट बनने जा रहा था। तभी मेरे ख्याल से वे डायरेक्टर्स की तलाश कर रहे थे और भगवान ने शायद इशारा किया और उन्होंने मुझे इस फिल्म की कहानी सुनाई। फिर उन्होंने पूछा कि फिल्म को डायरेक्ट करना चाहोगे? मैंने जवाब में कहा कि हां, बिल्कुल कर सकते हैं। फिल्म की शूटिंग के बारे में बताइए?
इस फिल्म का शूट तकरीबन 65 दिन चला है। इसकी शूटिंग चंडीगढ़, मोहाली, पटियाला, नालागढ़ के फोर्ट पर हुई है। इसके अलावा बाकी कुछ पंजाब की जगहों पर शूटिंग हुई। 10% शूट मुंबई में भी हुआ था। वहां सेट क्रिएट किया था। कास्टिंग और कहानी में कितना समय लगा?
इस फिल्म को फ्लोर पर आने में लगभग 7 महीने का समय लगा है। हमने सबसे पहले इसका स्क्रीन प्ले तैयार किया था। इसके बाद कास्टिंग की तैयारी की थी। एक्टर्स के साथ काफी वर्कशॉप भी रखी गई थीं। ये सब पूरा होने के बाद ही हमने इसकी शूटिंग शुरू की। आपका शूटिंग एक्सपीरियंस कैसा रहा?
इस शूट का एक्सपीरियंस बहुत ही मजेदार था, क्योंकि हम लोग इसकी शूटिंग न्यू ईयर के समय पंजाब की ठंड में कर रहे थे। हमें वहां एक नई चीज हीटिंग पैक्स मिली थी। ये डीपिंग चाय के पाउच की तरफ होते हैं, जिन्हें आप गर्दन के पास या कहीं आर्मपिट्स के अंदर रख सकते हैं, जिससे पूरे बॉडी को हीट मिलती है। फिल्म से जुड़ा कोई मजेदार किस्सा?
अगर आप सनी सिंह की बात करें तो मेरे ख्याल से सबसे ज्यादा मै उनके साथ बैठा हूं। उनके लिए ये एकदम नया किरदार है। उन्होंने कभी भी प्ले बॉय का किरदार नहीं निभाया था। मैं उनको बताता था कि आपको ऐसे आइब्रोज ऊपर करना है, वो कहते थे कि ये मुझसे क्या करवा रहा है। लेकिन उन्होंने अपने किरदार के लिए 100% दिया। वैसे ही मनजोत सिंह, जिन्हें आपने हमेशा एक छोटे कॉलेज के बच्चे की तरह देखा है। लेकिन इस बार हमें उन्हें अलग पर्सनालिटी देनी थी। मनजोत को तैयार होने में बहुत वक्त लगता था। उनकी पगड़ी को सेट होने में कम से कम 3 घंटे का वक्त लगता था। सेट पर सबकी बॉन्डिंग कैसी थी?
बहुत अच्छी रहती थी। हम लोग पहले से ही एक-दूसरे को जानते हैं। शायद इसी वजह से सबने मिल जुलकर काम किया और इस फिल्म का शूट पूरा किया। जब सारे मिले तो पहली मीटिंग में ही क्लोज हो गए और इनकी इतनी ज्यादा दोस्ती हो गई थी कि मुझे क्लास टीचर की तरह पहले दिन से ही बिहेव करना पड़ गया।