इजराइल-हमास जंग के बीच लेबनान से ऑपरेट होने वाले संगठन हिजबुल्लाह इजराइल से सीधी जंग की तैयारी कर रहा है। अलजजीरा के मुताबिक, हिजबुल्लाह के डिप्टी चीफ शेख नईम कासिम ने मंगलवार (4 जून) को कहा कि लेबनान-इजराइल बॉर्डर पर दोनों के बीच दुश्मनी बढ़ती जा रही है। अगर इजराइली सेना लेबनान तक पहुंची तो हम उसकी सीमा के अंदर तबाही मचा देंगे। हिजबुल्लाह लीडर कासिम ने इजराइल को धमकाते हुए कहा, “अगर वे जंग चाहते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं। इसके जवाब में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह को चेतावनी देते हुए कहा वे उत्तरी क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। लेबनान से लगी सीमा के पास किर्यत शमोना इलाके के दौरे पर इजराइली PM ने कहा कि जो भी यह सोचता है कि वह इजराइल को नुकसान पहुंचाएगा और हम हाथ पर हाथ रखे बैठे रहेंगे, वह बड़ी गलती कर रहा है। हिजबुल्लाह ने इजराइल पर ड्रोन स्क्वॉड्रन से किया हमला
दरअसल, हिजबुल्लाह लगातार दो दिनों से इजराइल पर ड्रोन अटैक कर रहा है। BBC के मुताबिक, सोमवार को हिजबुल्लाह ने इजराइली सीमा के अंदर किर्यत शमोना में ड्रोन से रॉकेट छोड़ा, जो जंगल में जा गिरा था। इसके कारण वहां आग लग गई थी, जिससे 11 लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसके बाद स्थानीय अधिकारी लोगों को अस्पताल ले गए। सोमवार (3 जून) को पहली बार उसने इजराइल पर हमले के लिए ड्रोन स्क्वॉड्रन भेजा। अलजजीरा के मुताबिक, ये हमला लेबनान की सीमा पर मौजूद नकौरा शहर में इजराइल के हमले के जवाब में किया गया था। इससे बचने के लिए इजराइली सेना ने कई शहरों में सायरन बजाए ताकि लोग सुरक्षित जगह पनाह ले सकें। इजराइल बोला- हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग पर जल्द होगा फैसला
इजराइली की डिफेंस फोर्स IDF के चीफ जनरल हर्जी हालेवी ने मंगलवार को कहा इजराइल जल्द ही इस बात पर फैसला करेगा कि वह हिजबुल्लाह के खिलाफ सीधी जंग लड़ेगा या नहीं। हालेवी ने कहा, “हम पिछले 8 महीने से उन पर हमला कर रहे हैं। हिजबुल्लाह को इसके लिए भारी कीमत चुकानी पड़ी है। लेकिन पिछले कुछ समय में वह मजबूत हो गया है। ऐसे में हमने भी अपने डिफेंस को मजबूत किया है। हम उस पर हमले के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।” इसके बाद मंगलवार रात इजराइल के वॉर कैबिनेट की बैठक हुई। इस दौरान लेबनान से सटे बॉर्डर की रक्षा करने में नाकाम रही इजराइली सरकार की आलोचना की गई। इजराइली सेना बोली- हम हिजबुल्लाह को जवाब देने के लिए तैयार
इजराइली शिक्षा मंत्री योआव किश ने मंगलवार को इजराइली आर्मी के रेडियो के एक कार्यक्रम में कहा कि हिजबुल्लाह को लिटानी नदी से खदेड़ना होगा, जो बॉर्डर से 19 किलोमीटर दूर है। वहीं इजराइली सेना के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा कि जंग के बीच सेना हिजबुल्लाह को जवाब देने को तैयार है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, हमास के खिलाफ जंग शुरू होने के बाद हिजबुल्लाह लगातार इजराइल पर हमले करता रहा है। इस दौरान इजराइल की जवाबी कार्रवाई में अब तक हिजबुल्लाह के करीब 376 लड़ाकों की मौत हुई है। इस दौरान इजराइल के भी 10 सैनिकों और 8 आम नागरिकों ने जान गंवाई है। एक महीने पहले हिजबुल्लाह ने इजराइल पर 35 रॉकेट से हमला किया था
हमास के खिलाफ जंग के बीच ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने एक महीने पहले इजराइल पर 35 रॉकेट से हमला किया था। तब हिजबुल्लाह ने दावा किया था कि इस दौरान उन्होंने इजराइल के आर्मी हेडक्वार्टर को निशाना बनाया। इजराइल ने भी इन हमलों की पुष्टि की थी। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया था कि लेबनान से दागे गए कत्यूशा रॉकेट इजराइल के साफेद शहर में गिरे थे। हालांकि, इस दौरान किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। इसके बाद इजराइल ने लेबनान में पर जवाबी हमले किए। कौन है हिजबुल्लाह संगठन?
हिजबुल्लाह शब्द का अर्थ पार्टी ऑफ गॉड है। यह संगठन खुद को शिया इस्लामिक पॉलिटिकिल, मिलिट्री और सोशल आर्गनाइजेशन बताता है। हिजबुल्लाह लेबनान का ताकतवर ग्रुप है। अमेरिका और कई देशों ने इसे आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है। 1980 की शुरुआत में लेबनान पर इजराइल के कब्जे के दौरान इसे ईरान की मदद से बनाया गया था। 1960-70 के दशक में लेबनान में इस्लाम की वापसी के दौरान इसने धीमे-धीमे जड़ें जमानी शुरू कर दी थीं। ऐसे तो हमास सुन्नी फिलिस्तीनी संगठन है, जबकि ईरान के सपोर्ट वाला हिजबुल्लाह शिया लेबनानी पार्टी है। लेकिन इजराइल के मुद्दे पर दोनों संगठन एकजुट रहते हैं। 2020 और 2023 के बीच, दोनों गुटों ने इजराइल के साथ UAE और बहरीन के बीच समझौते का विरोध किया था।