पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बढ़ती मंहगाई और बिजली की कीमतों को लेकर लगातार चौथे दिन प्रदर्शन जारी है। रविवार को जम्मू कश्मीर अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) की POK सरकार के साथ बातचीत विफल रही थी। इसके चलते आज प्रदर्शनकारी JAAC के नेतृत्व में रावलकोट से POK की राजधानी मुजफ्फराबाद तक लॉन्ग मार्च कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कोहाला- मुजफ्फुराबाद रोड को बंद कर दिया। ये सड़क 40 किलोमीटर लंबी है और कोहाला शहर को मुजफ्फराबाद से जोड़ती है। हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 100 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हैं। इनमें ज्यादातर पुलिसवाले हैं। हालातों को काबू में लाने के लिए पाकिस्तान की पैरामिलिट्री के रेंजर्स को तैनात किया गया है। राष्ट्रपति के बाद प्रधानमंत्री ने भी बुलाई इमरजेंसी बैठक
वहीं, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आज PoK की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। उन्होंने हिंसक झड़पों को लेकर चिंता भी जाहिर की है। शरीफ ने कहा कि ” बातचीत, शांतिपूर्ण धरने और बहस लोकतंत्र की खुबसूरती है। हालांकि, हम उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं।” शरीफ ने आगे कहा कि उन्होंने POK के प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक से बात की है और POK में सभी पार्टी PML-N के पदाधिकारियों को एक्शन कमेटी के नेताओं से बात करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा,’मैं सभी पक्षों से मांग करता हूं कि वे शांतिपूर्ण तरीके से मामले को सुलझाएं।” पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भी आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति ने पाक अधिकृत कश्मीर में बने हालातों को सुधारने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं। POK में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद
मुजफ्फराबाद और पुंछ संभागों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट और व्यापारिक केंद्र बंद रहे। मीरपुर में आंशिक हड़ताल रही। POK सरकार और JAAC के बीच बातचीत विफल होने के बाद रावलकोट के एक नेता ने कहा है कि सरकार प्रदर्शनों को रोकने के लिए गलत तरीकों का इस्तेमाल कर रही है। इस मीटिंग में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के अलग-अलग जिलों के काउंसलर्स पहुंचे थे। मीटिंग में शामिल हुए रावलकोट के काउंसलर सरदार उमर नाजिर ने कहा कि वह सिर्फ आश्वासन से अपने प्रदर्शन नहीं रोकेंगे। जब तक उनकी मांगों को लेकर अधिसूचना जारी नहीं होगी, प्रदर्शन चलता रहेगा। नाजिर ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने किसी भी मुद्दे पर एक भी अधिसूचना जारी नहीं की है। सरकार बातचीत के नाम पर सिर्फ टाल-मटोल, देरी की रणनीति, झूठ और धोखाधड़ी हो रही है। तनाव को देखते हुए PoK में धारा 144 लागू है। PoK की सरकार ने सार्वजनिक जगहों पर इकट्ठा होने, रैली और जुलूस निकालने पर बैन लगाया है। वहां के कई इलाकों जैसे भिंबेर, बाघ टाउन, मीरपुर में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई हैं। POK में प्रदर्शन की तस्वीरें… PoK में कैसे हिंसक हुए प्रोटेस्ट पाकिस्तान में आटे के दाम 800 रुपए किलो
पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता के बीच देश की आर्थिक हालात खराब हो चुकी। यहां महंगाई दर में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पाकिस्तान की जनता भुखमरी और बेरोजगारी से परेशान है। देश में रोजमर्रा की जरूरत के सामान की कीमतें आसमान छू रही हैं।2024 में पाकिस्तान की GDP महज 2.1% की दर से बढ़ने की संभावना है। इसी कारण PoK में पिछले महीने भी लोगों ने बढ़ती महंगाई के विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान लोगों ने सड़कों पर उतरकर महंगाई के खिलाफ नारेबाजी की थी। दूसरी तरफ, PoK में खराब स्थिति को लेकर पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (HRCP) ने ये बात मानी है कि वहां लगातार मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है।